बुधवार, 6 जनवरी 2010

परिंदों ने भरी हे एक उड़ान

पंखो का इम्तिहान अभी बाकी हे

अभी तो नापी हे मुट्ठी भर जमी

सारा आसमान अभी बाकी हे

7 टिप्‍पणियां:

  1. हिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई
    कृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें और अपनी टिप्पणियां दें

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  2. बहुत सुंदर रचना है। नववर्ष की शुभकामनाओं के साथ द्वीपांतर परिवार आपका ब्लाग जगत में स्वागत करता है।
    pls visit...
    www.dweepanter.blogspot.com

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